नव वर्ष शुभ हो सबको नव वर्ष लाये खुशियाँ
भर जाय सूने आँगन सज जाय सारी गलिया
भर जाये घाव सबके मिट जाये दुख दिलों के
फिर हो सिरो पे छाया टूटे उजड़े घरों के
सुरक्षित रहें हमेशा सब की प्यारी बिटियाँ
टूटे न कोई शाखा ना पेड़ कोई सूखे
फूले फले हर गुलशन कोयल भी उसमे कुके
हर बगिया मे भरी हो ढेरों सारी कलियाँ
गमगीन होकर अब तो कोई न खाये ठोकर
राहो से न ही भटके कोई चैन ही खोकर
गम से नम न हो कहीं अब तो किसी की अखियाँ
नव वर्ष शुभ हो--------
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