शनिवार, 4 जनवरी 2014

नव वर्ष की शुभ कामनायें

नव वर्ष शुभ हो सबको  नव वर्ष लाये खुशियाँ
भर जाय सूने आँगन  सज जाय सारी गलिया

भर जाये घाव सबके   मिट जाये दुख दिलों के
फिर हो सिरो पे छाया  टूटे  उजड़े  घरों   के
सुरक्षित रहें  हमेशा    सब की प्यारी बिटियाँ 

टूटे न कोई शाखा   ना  पेड़  कोई  सूखे
फूले फले हर गुलशन  कोयल भी उसमे कुके
हर बगिया मे भरी हो  ढेरों  सारी  कलियाँ

गमगीन होकर अब तो   कोई न खाये ठोकर
राहो से न ही भटके    कोई  चैन  ही खोकर
गम से नम न हो कहीं  अब तो किसी की अखियाँ

नव वर्ष शुभ हो--------
              

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