सिसक रहा है प्रजातंत्र तडफ रहा अपना वतन
आजादी की आत्मा का लुट रहा देखो चमन......
१ न सोओ ओ नौ जवानो जागकर ललकार दो
लूटते हैं देश जो तुम उनकी खाल उतार लो
रोडे बन जायं राह में कर दो मिट्टी में दफन.......आजादी की आत्मा....
२ राजे महराजे हैं सब नेता अफसर रुप में
लुट रही है जनता देके कर अनेकों रुप में
नेता अफसर मौज में मंहगाई तेरे सिर वजन.......आजादी.........
३ खुद की जेबें भरते हैं जो लूट इस देश को
बेशर्मों की खाल मोटी आ खडे फिर वोट को
आदमखोर बन गए जो कर दो तुम उनका दमन........आजादी.....
४ भगतसिंह बन जाओ कोई बन जाओ आजाद
राजगुरू,सुभाषबोस की आत्मा करे फरियाद
क्यों मौन हो जवानों बचालो अपना ही वतन..........आजादी.....
५ आग धधकती सीने में है रक्षा वतन की मन में
एक क्रान्ति और चाहिए अब चाहत है जन-जन में
आगे आओ साथ-साथ ओढना है फिर कफन..........आजादी की आत्मा का लुट रहा देखो चमन
आजादी की आत्मा का लुट रहा देखो चमन......
१ न सोओ ओ नौ जवानो जागकर ललकार दो
लूटते हैं देश जो तुम उनकी खाल उतार लो
रोडे बन जायं राह में कर दो मिट्टी में दफन.......आजादी की आत्मा....
२ राजे महराजे हैं सब नेता अफसर रुप में
लुट रही है जनता देके कर अनेकों रुप में
नेता अफसर मौज में मंहगाई तेरे सिर वजन.......आजादी.........
३ खुद की जेबें भरते हैं जो लूट इस देश को
बेशर्मों की खाल मोटी आ खडे फिर वोट को
आदमखोर बन गए जो कर दो तुम उनका दमन........आजादी.....
४ भगतसिंह बन जाओ कोई बन जाओ आजाद
राजगुरू,सुभाषबोस की आत्मा करे फरियाद
क्यों मौन हो जवानों बचालो अपना ही वतन..........आजादी.....
५ आग धधकती सीने में है रक्षा वतन की मन में
एक क्रान्ति और चाहिए अब चाहत है जन-जन में
आगे आओ साथ-साथ ओढना है फिर कफन..........आजादी की आत्मा का लुट रहा देखो चमन
बहुत बढ़िया बेहतरीन प्रस्तुति धन्यवाद !!
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